36सूत्रीय मांगों को लेकर एकल जल सत्याग्रह,धरना-प्रदर्शन,पदयात्रा के आयोजन की अनुमति देन की मांग..

36सूत्रीय मांगों को लेकर एकल जल सत्याग्रह,धरना-प्रदर्शन,पदयात्रा के आयोजन की अनुमति देन की मांग..

जांजगीर/शिवरीनारायण

शासन-प्रशासन के ध्यानाकर्षण हेतु ‌36सूत्रीय मांगों को लेकर एकल जल सत्याग्रह, धरना-प्रदर्शन, पदयात्रा के आयोजन की अनुमति देने अथवा नहीं देने के निर्णय से जिला प्रशासन द्वारा आवेदक पूर्व सदस्य राज्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार मंडल डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य को कोई भी सूचना नहीं देने के कारण 20 एवं 21जुलाई2022 को यह आयोजन नहीं हो पाया।
इसे मद्देनजर रखते हुए आवेदक डॉ. कैवर्त्य ने महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी ( राजस्व) शिवरीनारायण को 36 सूत्रीय मांग के लिए ज्ञापन सौंपा है। इस अवसर पर शिवरीनारायण तहसीलदार संदीप साय, नोटरी मनोज खरे ,पटवारी हल्का मोहन बनर्जी सहित वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी केसरवानी उपस्थित थे।
डॉ. कैवर्त्य ने अपने इन महत्वपूर्ण 36 मांगों को लेकर राजधानी रायपुर में भी ऐसी ही आयोजन की अनुमति जिला प्रशासन रायपुर से मांगी है। जिसमें छत्तीसगढ़ स्वातंत्र्य समर के प्रथम अमर शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत स्थल जय स्तंभ चौक से विधानसभा भवन तक पदयात्रा कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने का मुख्य कार्यक्रम है।
लेकिन रायपुर जिला प्रशासन से भी आयोजन संबंधी अब तक इन्हें कोई सूचना नहीं मिली है।अब देखना यह है कि यहां इन्हें इस आयोजन की अनुमति मिलती है अथवा नहीं,यह आने वाला समय बताएगा।
वही शासन का समस्त जिला प्रशासन को ऐसे आयोजनों की अनुमति देने अथवा नहीं देने के निर्णय से संबंधितों को सूचित किया जाने के निर्देश है। शासन के इन निर्देशों का कड़ाई से पालन किए जाने का निर्देश है।
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डॉ. कैवर्त्य की मांग के इन 36 मुद्दों में मुख्य रूप से श्री रामचंद्र जी की माता कौशल्या की जन्मभूमि- कोसला और आदिवासी भीलनी माता शबरी की जन्मभूमि- शिवरीनारायण के धार्मिक पर्यटन के विकास हेतु केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ” प्रसाद- योजना ” में शामिल कराने हेतु छत्तीसगढ़ शासन का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने, धार्मिक मास्टर प्लान बना कर कोसला का योजनाबद्ध विकास कराने, माता कौशल्या के नाम से राजधानी का नाम का ” कोसलापुरी करने ” और प्रदेश का पुरातन पावन नाम ” दक्षिण कौशल ” रखने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने, फरवरी 2020 में शिवरीनारायण के नटराज चौक स्थित महादेव की नटराज प्रतिमा को ढहाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर रामघाट के पास विराजित श्री राम जी की प्रतिमा उपेक्षित कर लोगों की आस्था को चोट पहुंचा रहे नगर पंचायत परिषद शिवरीनारायण को भंग करने, भोगहापारा (शिवरीनारायण)की बिक्री की गई कोटवारी सेवा-भूमि पंजीयन रद्द करने, मछुआ समाज को एससी/ एसटी आरक्षण की भांति मछुआ समाज जातीय वर्ग को आरक्षण प्रदान कर प्रदेश के जलाशयों और रेत खदान को मछुआ समाज जातीय के लिए आरक्षित करने, वीरांगना माता बिलासा देवी की जन्मभूमि बिलासपुर में माता बिलासा का भव्य स्मारक बनाने, जांजगीर-चांपा जिले के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में भाग लेने वाले अमर सेनानी स्व. जोतराम केवट गांव सेमरा, स्व.टीका राम केवट अकलतरा, स्व.कुमुत राम केवट कोसा शाम को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का प्रदान

करने,शिवरीनारायण में इसी शिक्षा सत्र से शासकीय महाविद्यालय व स्वामी आत्माराम अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने, शासकीय महाविद्यालयों से नई नियुक्ति से प्रभावित अतिथि व्याख्याताओं की पुनर्नियुक्ति कर नियमितीकरण नियम बनाकर इनका नियमितीकरण करने, किसानों के दो वर्ष का बकाया बोनस राशि का भुगतान करने, प्रदेश में शराब की बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने, विधवाओं को ₹1000 तथा वरिष्ठ नागरिकों को आयु अनुसार ₹ 1000 से ₹1500 तक प्रतिमाह पेंशन राशि भुगतान करने, बेरोजगारों को प्रति माह ₹2500 बेरोजगारी भत्ता प्रदान करने, अनियमित, संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को रिक्त पदों में नियमितीकरण करने, प्रत्येक परिवार को 35 किलो चावल प्रतिमाह ₹1 की दर से प्रदान करने आदि शामिल की गई है।

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