यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए छत्तीसगढ़ के छात्रों के लिए रूस ,यूक्रेन में हो रहे 2 दिन से युद्ध छात्रों के लिए आफत हो गई, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का असर छत्तीसगढ़ पर भी पड़ा है. छत्तीसगढ़ के कई छात्र यूक्रेन फंसे हैं. ज्यादातर एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्र हैं. यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में छत्तीसगढ़ के करीब 150 स्टूडेंट हैं, जो युद्ध में फंस गए हैं. जान बचाने के लिए कई छात्र बंकर में शिफ्ट हो गए हैं. छात्रों का कहना है कि धमाकों की आवाज वे बेहद करीब से सुन रहे हैं. उनकी जान पर खतरा बना हुआ है.रूस और यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत और बम धमाकों के बीच फंसे छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट्स बेहद परेशान हैं. यूक्रेन के खार्कीव में हालात ज्यादा खराब बताए जा रहे हैं. वहां बमबारी के बाद स्टूडेंट्स को सुरक्षित बंकर में ले जाया गया है. छात्रों ने वीडियो भेजकर छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की अपील की है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सुरक्षा और घर वापसी के लिए मदद की अपील की है. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के छात्र तुषार गिरी गोस्वामी यूक्रेन में मेडिकल छात्र हैं. उन्होंने एक वीडियो भेजकर सीएम भूपेश बघेल से मदद की गुहार लगाई है.तुषार ने बताया कि वे खारकीव के वीएन करजिन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. तुषार ने बताया कि सुबह 5 बजे धमाकों की आवाज सुनाई दी, जिससे वह डर गया है. बीते गुरुवार की सुबह से लेकर एक के बाद एक कर चार बम धमाके हुए. इसके बाद यहां रहने वाले लोग भी दहशत में आ गए हैं. हालात खराब होने पर तुषार और उसके साथ रहने वाले स्टूडेंट को गुरुवार शाम बंकर में ले जाया गया है. वहां वे दहशत के बीच हैं. सभी छात्रों ने मदद की गुहार लगाई है. बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के छात्र वहां फंसे हैं. इसमें से भिलाई के रहने वाले तीन स्टूडेंट भी शामिल हैं.सभी छात्रों को भय जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती का रहने वाले गुलशन राठौर भी यूक्रेन के खारकीव में मेडिकल की पढ़ाई करने गए हैं. गुलशन ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद उन्हें सुरक्षित जगह जाने की सलाह दी गई. खतरे को देखते हुए उन्हें बंकर में ले जाया गया है. वे स्थानीय लोगों के साथ वहां हैं. हालांकि खतरा बना हुआ है. गुलशन का कहना है कि छत्तीसगढ़ के करीब 150 स्टूडेंट यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं. सभी में डर का माहौल है. सभी ने भारत और छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगाई है.