अलसी के बीज खाने के फायदे,अलसी का सेवनवजन घटाने कोलेस्ट्रॉल कम करने..    ब्लड शुगर कण्ट्रोल करने जैसी कई बीमारियों और सामान्य स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी..

अलसी के बीज खाने के फायदे,अलसी का सेवनवजन घटाने कोलेस्ट्रॉल कम करने.. ब्लड शुगर कण्ट्रोल करने जैसी कई बीमारियों और सामान्य स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी..

1. अलसी के बीज Weight Loss के लिए – अलसी के बीज से मोटापा कम होता है. अलसी में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इस वजह से अलसी खाने पर जल्दी भूख नहीं लगती.

– अलसी का फाइबर पेट के लिए लाभदायक बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है जिससे (Metabolism) उपापचय की दर तेज होती है, इससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती है. यह फाइबर मल का निकास भी आसान करता है, जिससे कब्ज नहीं होता.

– अलसी में अन्य प्राकृतिक स्रोतों की तुलना में 800 गुना अधिक Lignans होते हैं. Lignans एंटी-ओक्सिडेंट की तरह काम करते हैं और शरीर में हानिकारक फ्री ऑक्सीजन रेडिकल्स को खत्म करते हैं. ये फ्री रेडिकल्स मेटाबोलिक रेट धीमा करके वजन बढ़ाते है और शरीर फूल जाता है. अलसी के बीज फ्री रेडिकल्स नष्ट करके मोटापे से मुक्ति दिलाते हैं.

  1. अलसी में पाए जाने वाले पोषक तत्व – अलसी के बीज में प्रोटीन, आयरन, जिंक, पोटैशियम, फोस्फोरस, विटामिन बी काम्प्लेक्स, कैल्सियम, विटामिन C, विटामिन E, मैगनिशियम, मैगनीस, कॉपर, जिंक, सेलेनियम, फाइबर, कैरोटीन तत्व पाए जाते हैं.

– ओमेगा-3 फ़ैटी एसिड हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं. ये सबसे अधिक मात्रा में समुद्री मछलियों से प्राप्त होता है लेकिन शाकाहारी लोग अलसी का सेवन करके इसके लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

– अलसी के बीज Omega 3 fatty acids का बहुत अच्छा स्रोत माने जाते हैं. अलसी Omega 3 fatty acids Capsules का अच्छा विकल्प है. डाईटिशियन और डाक्टर भी इसे खाने की सलाह देते है.

3. अलसी बालों के लिए –
अलसी Omega 3 fatty acids का बढ़िया स्रोत है. ये फैटी एसिड्स बालों की अच्छी बढ़त के लिए जरुरी है.

– अलसी का सेवन बालों की जड़ों से लेकर सिरों तक को पोषण देता है. इससे बाल लम्बे और मजबूत होते हैं इसलिए कम टूटते-झड़ते हैं. नए निकलने वाले बाल भी स्वस्थ और सुंदर होते हैं. Omega 3 fatty acids सर की स्किन को भी सूखने से बचाते हैं, जिससे डैंड्रफ यानि रूसी की समस्या भी नहीं होती.

अलसी के फायदे स्किन के लिए – असली के बीज खाने से शरीर को मिलने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड्स के फायदे स्किन के लिए भी लाजवाब हैं. यह बढती उम्र के असर जैसे झुर्रियों, महीन रेखाओं को दूर करता है. यह त्वचा के कील-मुहांसों को दूर करके स्किन को नयी चमक देता है, त्वचा का कसाव बनाये रखता है.

– अलसी हाथ-पैर के नाखून को मजबूत और चिकना बनाता है. अलसी धूप की वजह से होने वाले स्किन डैमेज से सुरक्षा प्रदान करता है और स्किन कैंसर से बचाव करता है. जाड़ों में अलसी का तेल स्किन पर लगाने से त्वचा रूखी नहीं होती और नर्म, मुलायम बनी रहती है.

– अलसी का तेल स्किन की खुजली, लालपन, सूजन, दाग-धब्बे दूर करके एक बढ़िया Moisturizer का काम करता है. यह स्किन समस्या Eczema, Psoriasis के उपचार में भी कारगर माना गया है. अलसी के बीज खाने से घाव भी जल्दी भरता है.
अलसी कैसे खायें –
अलसी के साबुत बीज कई बार हमारे शरीर से पचे बिना निकल जाते हैं इसलिए इन्हें पीसकर ही इस्तेमाल करना चाहिए. 20 ग्राम (1 टेबलस्पून) अलसी पाउडर को सुबह खाली पेट हल्के गर्म पानी के साथ लेने से शुरुआत करें.

– आप इसे फल या सब्जियों के ताजे जूस, दही-छाछ में मिला सकते हैं या अपने भोजन में ऊपर से बुरक कर भी खा सकते हैं. इसे रोटी, पराठे, दलिया बनाते समय भी मिलाया जा सकता है.

– अलसी के बीज हल्का भून कर खाएं अथवा सलाद या दही में मिलाकर खाएं, चाहे तो जूस में मिलाकर पियें. यह जूस के स्वाद को बिना बदले उसकी पोषकता कई गुना बढ़ा देगा.

एक दिन में 2 टेबलस्पून (40 ग्राम) से ज्यादा अलसी के बीज का सेवन न करें.

– साबुत अलसी लंबे समय तक खराब नहीं होती लेकिन इसका पाउडर हवा में मौजूद ऑक्सीजन के प्रभाव में खराब हो जाता है, इसलिए ज़रूरत के मुताबिक अलसी को ताज़ा पीसकर ही इस्तेमाल करें. इसे अधिक मात्रा में पीसकर न रखें.

– बहुत ज्यादा सेंकने या फ्राई करने से अलसी के बीज का फायदा, औषधीय गुण नष्ट हो सकते हैं और इसका स्वाद बिगड़ सकता है. इसलिए अलसी के बीज को इतना भूनना चाहिए कि नमी निकल जाये.

– दो चम्मच अलसी दो कप पानी में डालकर उबालें, जब यह आधा रह जाये तो गैस बंद कर दें. पीने लायक गर्म रह जाए तो छानकर सुबह सुबह खाली पेट पी लें. यह उपाय हाइपरथाइरोइड और हाइपोथाइरोइड दोनों प्रकार के थाइरोइड रोग में फायदेमंद है.

अलसी से बना पेय डायबिटीज, शुगर कण्ट्रोल करने में भी असरकारक है. इसे पीने से आर्थराइटिस, जोड़ों के दर्द, हार्ट ब्लॉकेज, पेट की दिक्कतों जैसे कब्ज, अपच, मोटापे, बाल झड़ने, स्किन समस्या में भी लाभ मिलता है.

  1. अलसी के फायदे औरतों के लिए – अलसी के बीज लिग्नांस का बहुत अच्छा स्रोत है, जोकि Phytoestrogen और Anti-Oxidant गुणों से भरपूर है. इस वजह से यह औरतों के हार्मोनल बैलेंस के लिए बहुत सहायक होता है.

– अलसी में पाए जाने वाला Phytoestrogen Adaptogenic होता है. अतः ये ऐसी महिलायें जिनके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन अत्यधिक है या आवश्यकता से कम है, दोनों को फायदा पहुँचाता है.

– जिन औरतों का पीरियड अनियमित होता है और पीरियड के दौरान तेज दर्द रहता हो, उन्हें प्रतिदिन अलसी खाना चाहिए. अलसी स्त्रियों के प्रजनन अंगों को स्वस्थ बनाता है, जिससे पीरियड नियमित होता है.

– गर्भवती स्त्रियों और स्तनपान कराने वाली माताओं को अलसी का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए. अलसी के बीज स्तनपान के दौरान दूध न आने की समस्या को दूर करता है. आज भी शहरो और कस्बों के कई परिवारों में स्तनपान कराने वाली प्रसूता स्त्रियों को अलसी के बने लड्डू और अन्य भोज्य पदार्थ दिए जाते हैं.

यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे पूर्वज अलसी के बीज का महत्व अच्छी तरह जानते थे पर हम इन्हें भुलाकर सिर्फ दवाइयां खाने में विश्वास करने लगे.

– महिलाओं में रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाली समस्याओं में भी अलसी के उपयोग से राहत मिलती है. यह देखा गया है कि माइल्ड मेनोपॉज़ की समस्या में रोजाना लगभग 40 ग्राम पिसी हुई अलसी खाने से वही लाभ प्राप्त होते हैं जो हार्मोन थैरेपी से मिलते हैं.

  1. अलसी के बीज के लाभ पुरुषों के लिए – एक खास बात कि अलसी का सेवन पुरुषों में गंजापन पैदा करने वाले Enzyme को नष्ट करते हैं. अतः Baldness से बचाव के लिए पुरुष अलसी अवश्य खाएं.

– अलसी खाने से पुरुषों की कई सेक्स समस्यायें जैसे सेक्स में रूचि न होना, जल्दी उत्तेजित होना, सेक्स के दौरान नर्वसनेस, शारीरिक दुर्बलता, रक्त संचार से जुड़ी दिक्कतों से निजात मिलती है.

– बढ़ती हुई उम्र के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर, ब्लैडर कैंसर होने का खतरा होता है. अलसी का सेवन करके इन कैंसर की आशंकाओं से बचा जा सकता है.

  1. अलसी के आयुर्वेदिक फायदे – आयुर्वेद में अलसी को मंद गंधयुक्त, मधुर, बलकारक, पित्तनाशक, स्निग्ध, पचने में भारी, गरम, पौष्टिक, कामोद्दीपक, किंचित कफ वात-कारक, पीठ के दर्द ओर सूजन को मिटानेवाली कहा गया है. जाड़ों में अलसी खाने से शरीर गर्म रहता है.

– अलसी के बीज का उपयोग खान-पान में मेसोपोटामिया सभ्यता काल से हो रहा है. भारत में भी यह आयुर्वेदिक उपचारों, भोज्य पदार्थ बनाने में हमेशा से प्रयुक्त होता रहा है.

– अलसी के तेल को Flax seed oil या linseed oil कहते हैं. इसमें Alpha-linolenic Acid (ALA) नामक तत्व होता है जो एक प्रकार का ओमेगा-3 फ़ैटी एसिड (omega-3 fatty acid) है, जिसके कई सारे चिकित्सकीय लाभ हैं.

अलसी के फायदे आँखों के लिए – अलसी में मिलने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड्स तत्व नेत्र विकार, आँखों में सूखापन (Dry Eyes) के उपचार में प्रभावी है और डॉक्टर भी इसकी सलाह देते हैं. ओमेगा 3 फैटी एसिड्स आँखों में नमी बराबर बनाये रखता है, जिससे ग्लूकोमा, High eye pressure के खतरे कम होते हैं.

  1. अलसी विटामिन B Complex, मैगनिशियम, मैगनीस तत्वों से भरपूर है जोकि LDL नामक बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करते है. अलसी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल के लेवल में कमी आना देखा गया है.

– हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के जमने से हृदय रोग की सम्भावना बढ़ जाती है. इसलिए अलसी कोलेस्ट्रॉल कम करके हृदय रोग होने के खतरे को भी कम करता है.

  1. अमेरिकी वैज्ञानिकों के एक शोध में पता चला है कि अलसी में जो Poly Unsaturated fatty acids होता है, वह विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट और कोलन कैंसर (पेट के कैंसर) से बचाव करता है.
  2. अलसी के बीज (Flax seeds in English) ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने, हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए, ब्लड शुगर कंट्रोल में अत्यंत लाभदायक है.

Type 1 और Type 2 Diabetes रोगियों के लिए अलसी डायबिटीज रोकने में कारगर पाया गया है. British Journal of Nutrition में प्रकाशित एक स्टडी में भाग लेने वाले लोगों के भोजन में 50 ग्राम अलसी 4 हफ्ते तक शामिल की गयी. नतीजा उनके रक्त में ब्लड शुगर लेवल की मात्रा 27 % तक कम हो गयी.

  1. अलसी किडनी संबंधित समस्याओं में भी लाभकारी है. अलसी के बीज गरम पानी में उबालकर इसके साथ एक तिहाई भाग मुलेठी का चूर्ण मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से खूनी दस्त और और मूत्र संबंधी रोगों में लाभ होता है.
  2. अलसी के बीज एंटी-बैकटिरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल होते है. इनका उपयोग शरीर की रोगप्रतिरोधक-क्षमता बढाता है. अलसी में मौजूद फाइबर व Omega 3 fatty acids शरीर के विषाक्त पदार्थों को लीवर और आंतों से निकालकर शरीर से बाहर करने काम करते हैं.

शरीर के इस Detoxification से अनावश्यक थकान, कमजोरी, सुस्ती, सूजन दूर होता है. सुबह खाली पेट गर्म पानी में एक चम्मच अलसी पाउडर मिलाकर पीने और रात को सोने से पहले इसी प्रकार अलसी लेने से शरीर डेटोक्स होता है.

अलसी खाने के नुकसान – अलसी किसे नहीं खाना चाहिए :
– अलसी खाने से कुछ लोगों को शुरुआत में कब्ज हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अलसी के बीज में फाइबर ज्यादा होता है. अतः यदि आप अलसी का सेवन कर रहे हो तो पानी भरपूर पियें. सही मात्रा में अलसी खाने से कब्ज दूर होती है, लेकिन ज्यादा अलसी खाने से लूज मोशंस भी हो सकता है.

– अलसी खून को पतला करती है इसलिए यदि आपको Blood Pressure की समस्या हो तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श कर लें.

– प्रेगनेंसी के दौरान अलसी का सेवन डॉक्टर की सलाह लेकर 1 टेबलस्पून से अधिक नहीं करना चाहिए. बच्चा होने के बाद अलसी की बनी चीजों का सेवन निश्चिंत होकर कर सकते है.

– जरुरत से ज्यादा अलसी खाने से कुछेक लोगों को एलर्जी की शिकायत हो सकती है. इसके लक्षण हैं : पेट दर्द, उलटी, सांस लेने में दिक्कत, लो ब्लड प्रेशर आदि.

किसी भी चीज़ की अति अच्छी नहीं होती. लेख में बताई गयी अलसी के बीज की सही मात्रा खाने से अलसी के सभी फायदों का लाभ लिया जा सकता है.

*अलसी का सेवन कैसे करे*

चाहे तो इसे पीसकर इसका पाउडर बना लें और फिर इसका सेवन करें. सुबह-सुबह एक चम्मच गर्म पानी के साथ इसे लें. यह आपको वजन कम करने में भी मदद करेगा. इसके साथ ही आप इसे सब्जी, दाल, ओटमील में डालकर भी पकाकर भी यूज कर सकते हैं.

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