गोंदली के फोकला:बिलासपुर में दिखी मोदी की मास्टरी,भाजपा कार्यकर्ताओं का भ्रम मन से मिटाया !

गोंदली के फोकला:बिलासपुर में दिखी मोदी की मास्टरी,भाजपा कार्यकर्ताओं का भ्रम मन से मिटाया !

– अखिल पांडे

बिलासपुर

राजनीति का मास्टर है मोदी यह बात बिलासपुर में देखने को मिली, जब छत्तीसगढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं को मोदी साफ संदेश दे दिया कि, हमारा नेता और उम्मीदवार कमल है, कमल को जिताना हमारा लक्ष्य होगा। बिलासपुर संभाग सहित प्रदेश से आए भारी संख्या में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने के बाद पीएम मोदी ने यह भी आश्वस्त कर दिया कि, अब आपका सपना मोदी का संकल्प है। उन्होंने जिस तरह से रैली को संबोधित किया उससे लोगों में उत्साह देखने लायक था। इससे पहले हेलीपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव के साथ प्रधानमंत्री ने रोड शो किया। तो वही पीएम मोदी के उद्बोधन के पहले अरुण साव ने रैली को संबोधित किया जबकि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिहं को बोलने का मौका नहीं दिया गया। जैसा कि, एक दिन पहले इस बारे में जो शंका थी वह सही साबित हुआ।

प्रदेश की राजनीति में, भाजपा का परिवर्तन यात्रा की समापन रैली एक बड़ा संदेश दे गई। संदेश यह की अब भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में किसी तरह का भ्रम नहीं रह गया है कि, प्रदेश में विधानसभा चुनाव किसके चेहरे पर लड़ा जाएगा या फिर किस प्रादेशिक नेतृत्व को आगे किया जाएगा। जैसा कि, पहले से यह बात कही जा रही थी कि, पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। लेकिन इसकी तस्वीर साफ नहीं हो रही थी। यह आज की रैली में साफ-साफ हो गया है। प्रधानमंत्री के आने के पहले नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे, वरिष्ठ भाजापा नेता व विधायक धरमलाल कौशिक का संबोधन हुआ। लेकिन प्रधानमंत्री के आने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के संबोधन के बाद पीएम का संबोधन हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को इस रैली में संबोधन का मौका नहीं मिला।

लेकिन राजनीति में पीएम मोदी की मास्टरी का मुजायरा कम हैरान करने वाला नहीं था। पीएम ने जिस तरह से पूरे संभाग सहित प्रदेश भर से आए भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया उससे कार्यकर्ताओं में न केवल उत्साह दिखा बल्कि विधानसभा चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व के बजाय स्थानीय नेताओं के ईर्द-गिर्द राजनीति धूमती थी। राज्य में 2003 के चुनाव को छोड़कर यह बात देखने को मिली कि, केन्द्रीय नेतृत्व का संबोधन काफी फीका होता था। लेकिन आज वह मिथक जैसा लग रहा था। मोदी इस बात को भली-भांती जानते थे। यही कारण था कि, पीएम मोदी ने सबसे पहले अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्रारा राज्य निर्माण, हाईकोर्ट व रेलवे जोन की स्थापना की बात करने के बाद कहा कि, “आज मैं आपको गारंटी देने आया हूं। आप लिख लीजिए। यह मोदी की गारंटी है, आपका सपना मोदी का संकल्प है।” यह संबोधन एक तरह से भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं का संशय मिलने के लिए काफी था। पीएम ने यह बात बार-बार कही की “मोदी याने गारंटी, हर काम की गारंटी” फिर पीएम ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर घोटालों के आरोप लगाते रहे। हालांकि इस दौरान वे किसी भी कांग्रेस नेता का नाम नहीं लिया। अलबत्ता उन्होंने उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का नाम लेकर यह जरुर साबित किया कि, हमने राज्य के विकास के लिए कोई कमी नहीं किया, इस बात को टीएस सिंहदेव ने सार्वजनिक रुप से स्वीकार किया है। यह अलग बात है कि सिंहदेव की पार्टी के लोग उनके खिलाफ हो गए हैं। पीएम ने जहां पर पीएससी में गड़बड़ी होने और भाजपा सरकार बनने पर सबसे पहले दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। जबकि कांग्रेस सरकार होने के कारण केंद्र की योजनाए छत्तीसगढ़ के लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है, इसका कारण पीएम मोदी ने प्रदेश की सरकार को कटकी( घोटाले) नहीं कर पाने के कारण योजनाए लागू नहीं करने की बात कही। पीएम ने प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद सबसे पहले गरीबों के पक्के मकान तेज गति से बनाने की बात कही। ऐसी तमाम योजनाओं व काम छत्तीसगढ़ में शुरू होने व केंद्र की योजनाओं का बखान प्रधानमंत्री ने किया। इस सबमें कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला।

पूरे संबोधन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का एक बार भी नाम नहीं लिया। जबकि ओबीसी राजनीति लोगों को उनके ओबीसी होने पर कांग्रेस को पीड़ा होने की बात, सतनामी समाज के गुरू बालदास नाम लेकर सतनामी समाज के लिए कोई काम नहीं होने की बात कर आने वाले हजार वर्ष तक प्रभाव पड़ने वाले निर्णय की बात कही।

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