कोसला/पामगढ़
राज्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार मंडल छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व सदस्य डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन रायपुर को पत्र प्रेषित कर वर्षों से छत्तीसगढ़ के विभिन्न शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं की नियमितीकरण की मांग की है।
डॉ.कैवर्त्य ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में भूपेश की कांग्रेस सरकार की जन घोषणा पत्र 2018 के बिंदु क्रमांक 16 के तहत अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को रिक्त पदों में नियमित किया जाएगा किसी की भी छटनी नहीं होगी, का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इन अतिथि व्याख्याताओं की अति शीघ्र नियमितीकरण का आग्रह किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न शासकीय महाविद्यालयों में काफी लंबे वर्षों से अनियमित, संविदा, अंशकालीन एवं दैनिक वेतन भोगी स्वरूप कार्यरत इन अतिथि व्याख्याताओं सहित भूपेश सरकार के शासनकाल के दौरान स्थानांतरण ,नई नियुक्ति आदि कारणों से प्रभावित अतिथि व्याख्याताओं को भी नियमितीकरण करने की मांग रखी है।
ज्ञात हो कि इन अतिथि व्याख्याताओं को प्रदाय किए जाने वाले संविदा वेतन ₹300 प्रति कालखंड है। संविदा वेतन प्राप्त करने वाले ये अतिथि व्याख्याता अनियमित, अंशकालिक और दैनिक वेतन भोगी स्वरूप के हैं। क्योंकि इनका कार्य अनियमित व इनकी नियुक्ति अनियमित भांति है, नियमित नहीं ।
एक शिक्षण सत्र के दौरान इन्हें कुछ महिने सेवा में रखने पश्चात पद मुक्त कर दिया जाता है। दूसरे शिक्षण सत्र के दौरान इन्हें सेवा में पुनः ली जाती है और और कुछ महीने पश्चात इन्हें सेवा मुक्त कर दी जाती है और यह व्यवस्था लंबी समय से चली आ रही है। इसलिए यह अनियमित की श्रेणी में है और अंशकालिक भी है तथा दैनिक भोगी स्वरूप इनको संविदा वेतन प्राप्त होता है। क्योंकि शासकीय छुट्टीयों एवं स्वयं द्वारा ली गई छुट्टीयों पर इन्हें वेतन नहीं मिलता इसलिए यह दैनिक वेतन भोगी की श्रेणी में भी आएगा।
अपर सचिव छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर अटल नगर रायपुर छत्तीसगढ़ को संविदा में कार्यरत अधिकारियों/ कर्मचारियों/ शिक्षकों की जानकारी प्रेषण बाबत विषयक पर शासकीय महाविद्यालयों द्वारा संविदा प्राप्त कर रहे इन अतिथि व्याख्याता की जानकारी निर्धारित प्रारूप में भेजी गई है।
उक्त के मद्देनजर राज्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार मंडल के पूर्व सदस्य डॉ.शांति कुमार कैवर्त्य ने कहा है कि कांग्रेस सरकार जन घोषणा पत्र 2018 कंडिका 16 के अनुसार ये अतिथि व्याख्याता अनियमित/संविदा /दैनिक वेतन भोगी के अंतर्गत हैं और इन आधारों पर न्याय हित में छत्तीसगढ़ के शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं सहित स्थानांतरण व नई नियुक्ति आदि से प्रभावित अतिथि व्याख्याताओं की भी यथाशीघ्र नियमितीकरण किया जाना चाहिए।
Author Profile
Latest entries
- स्मार्ट सिटी बिलासपुर2024.11.21बिलासपुर विकास दीप महोत्सव- 10 हजार दीपों से जगमग होगी अरपा, लेजर और लाइट शो से बिखरेगी सतरंगी छटा
- बिलासपुर2024.11.21धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को मिले पर्याप्त सुविधा:सुशांत शुक्ला
- छत्तीसगढ़2024.11.20विधायक सुशांत संग बेलतरा के लोगों ने देखी द साबरमती रिपोर्ट
- छत्तीसगढ़2024.11.20भाजपा नेत्री हर्षिता पांडेय सड़क दुर्घटना में बाल बाल बची..